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Atal Bihari Vajpayee ke 85 Lokpriye Kaviyasangrah

500.00

Author : Atal Bihari Vajpayee
ISBN : 978-93-90423-73-6
Edition : Ist
Year : 2022
Pages : 168
Size : 14×21 Cm
Publisher : Global Academic Publishers & Distributors
Price : INR 550

Description

कवि–हृदय राजनेता श्री अटल बिहारी वाजपेयी संवेदनशील मन के ओजस्वी रचनाकार हैं । राजनीति में सक्रिय रहते हुए भी उनके संवेदनशील और हृदयस्पर्शी भाव कविताओं के रूप में प्रकट होते रहे । उनकी कविताओं ने अपनी विशिष्ट पहचान बनाई और पाठकों द्वारा सराही गईं । उनकी कविताओं में स्वाभिमान, देशानुराग, त्याग, बलिदान, अन्याय के प्रति विद्रोह, आस्था एवं समर्पण का भाव है । प्रस्तुत काव्य संकलन में संकलित कविताएँ इस मायने में वशिष्ट हैं कि ये स्वयं अटलजी द्वारा चयनित हैं । इनका एक अन्य आकर्षक और विशिष्ट पक्ष है इनका प्रस्तुतिकरण । ये कविताएँ सुंदर और कलात्मक हस्तलिपि में तथा ललित–सुंदर भाव–चित्रों से आकंठ सज्जित हैं । कविताओं में स्थिति समस्त भाव अपने चित्रित में इस कलात्मकता एवं कुशलता से रचित हैं कि चित्रें को देखकर ही कविताओं का भाव सहज दृष्टगित हो जाता है ।

अटल बिहारी वाजपेयी (२५ दिसंबर, १९२४–१६ अगस्त २०१८) भारत के पूर्व प्रधानमंत्री थे । वे पहले १६ मई से १ जून १९९६ तथा फिर १९ मार्च १९९८ से २२ मई २००४ तक भारत के प्रधानमंत्री रहे । वे हिन्दी कवि, पत्रकार व प्रखर वक्ता भी थे । उत्तर प्रदेश में आगरा जनपद के बटेश्वर के मूल निवासी पण्डित कृष्ण बिहारी वाजपेयी म/य–प्रदेश की ग्वालियर रियासत में अ/यापक थे । वहीं शिन्दे की छावनी में २५ दिसम्बर १९२४ को उनकी सह/ार्मिणी कृष्णा वाजपेयी की कोख से अटल जी का जन्म हुआ था । पिता हिन्दी व ब्रज भाषा के कवि थे । अटल जी की बी०ए० की शिक्षा ग्वालियर के विक्टोरिया कालेज में हुई । कानपुर के डी०ए०वी० कालेज से राजनीति शास्त्र में एम०ए० की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की । 2014 दिसंबर में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया । मेरी इक्यावन कविताएँ अटल जी का प्रसिद्ध काव्यसंग्रह है । उनकी कुछ प्रमुख प्रकाशित रचनाएँ हैं% मृत्यु या हत्या, अमर बलिदान, कैदी कविराय की कुण्डलियाँ, संसद में तीन दशक, अमर आग है, कुछ लेख, कुछ भाषण, सेक्युलरवाद, राजनीति की रपटीली राहें, बिन्दु बिन्दु विचार, इत्यादि ।

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